Skip to main content

Posts

गणपति स्थापना विधि: Ganpati Sthapana Vidhi

 **गणपति स्थापना विधि:** **सामग्री:** 1. **गणपति मूर्ति:** शुभ मुहूर्त में एक साफ़ और सुंदर गणपति मूर्ति का चयन करें। 2. **पूजा स्थल:** एक साफ़ और शुद्ध स्थान चुनें जहां आप गणपति मूर्ति को स्थापित कर सकते हैं। 3. **कलश:** एक पूर्ण कलश जिसमें पानी भरा हो। 4. **अक्षत राइस (तिलक के लिए चावल):** श्रृंगार के लिए सजाया जाता है। 5. **रोली, कुमकुम, चंदन, हल्दी:** उपचार के लिए। 6. **धूप और दीप:** पूजा के लिए आराधना। 7. **सुपारी, इलायची, लौंग:** अर्पण के लिए। 8. **दुर्वा ग्रास:** गणपति के पैरों में अर्पण के लिए। 9. **पुष्प:** भोग के लिए और आराधना में सजाने के लिए। 10. **पंचामृत:** दही, दूध, घी, मधु, गंगाजल का मिश्रण। 11. **मिठाई और फल:** ब्रजीवाला (प्रिय लौकिक और दैविक भोग के रूप में)। **स्थापना विधि:** 1. **शुभ मुहूर्त का चयन:**    - गणपति स्थापना के लिए एक शुभ मुहूर्त का चयन करें, जो पंचांग और पंडित से पुष्टि किया जा सकता है।    - यह सुनिश्चित करें कि चयन किया गया मुहूर्त शुभ हो और आपको विघ्नहर्ता गणेश की कृपा मिले। 2. **पूजा स्थल की तैयारी:**    - शुद्ध स्थान को साफ़ करें और उसे सुंदरता से सज
Recent posts

गणेश चतुर्थी पूजा विधि: Ganesh Chaturthi Puja Vidhi:

  **गणेश चतुर्थी पूजा विधि:** **पूजन सामग्री:** 1. गणपति मूर्ति 2. धूप, दीप, चम्पा बत्ती 3. अगरबत्ती 4. कपूर 5. सुपारी, इलायची, लौंग, सुगंधित दृढ़ मिठाई 6. दुर्वा ग्रास 7. कुमकुम, हल्दी, रोली 8. चावल, फूल, पुष्पमाला 9. पंचामृत (दही, दूध, घृत, मधु, गंगाजल) 10. कलश (पूर्ण कलश) 11. पूजा के लिए थाली और चम्मच 12. मोदक और अन्य भोग (प्रिय लौकिक और दैविक भोग) **पूजा की विधि:** **1. गणपति स्थापना:**    - सबसे पहले, एक शुभ मुहूर्त का चयन करें और गणपति की मूर्ति को स्थापित करें।    - मूर्ति को साफ करें और उसे श्रृंगारित करें। **2. पूजा स्थल सजाना:**    - पूजा स्थल को सजाने के लिए साफ-सुथरा करें।    - धूप, दीप, चम्पा बत्ती आदि जलाएं और पूजा स्थल को शुद्धि दें। **3. पूजा आरंभ:**    - पूजा सामग्री को तैयार करें और पूजा आरंभ करें।    - मूर्ति को पुष्पांजलि अर्पित करें और गणपति जी की मूर्ति को स्थापना करें। **4. धूप-दीप आराधना:**    - धूप, दीप, चम्पा बत्ती जलाएं और गणपति जी की आराधना करें।    - आरती गाएं और भगवान को अर्पित करें। **5. मोदक भोग:**    - भगवान को मोदक भोग अर्पित करें और उन्हें प्रसन्न करे

गणपति पूजा विधि चरणशील - Ganpati Puja Step by Step

  **गणपति पूजा विधि चरणशील:** **पूजा की सामग्री:** 1. गणेश इधन (गणपति मूर्ति) 2. धूप बत्ती और धूपक 3. अगरबत्ती 4. कपूर 5. सुपारी, इलायची, लौंग, सुगंधित दृढ़ मिठाई 6. दुर्वा ग्रास 7. कुमकुम और हल्दी 8. रोली, चावल 9. पुष्प (मूल्यवान फूलों की माला) 10. पंचामृत (दही, दूध, घृत, मधु, गंगाजल) 11. कलश (पूर्ण कलश, जिसमें पानी भरा हो) 12. एक थाली और एक चम्मच **पूजा की विधि:** **1. गणपति स्थापना:**    - सबसे पहले, एक शुभ मुहूर्त का चयन करें और उस समय गणपति की मूर्ति को स्थापित करें।    - मूर्ति को पूर्व की दिशा में स्थित करें और उसे अच्छे से साफ करें। **2. कलश स्थापना:**    - एक कलश में पानी भरें और उस पर सुपारी, इलायची, लौंग, सुगंधित दृढ़ मिठाई, दूर्वा ग्रास, एक सुपारी रखें।    - कलश को धूप बत्ती और अगरबत्ती के साथ सजाकर पूजा स्थल पर स्थापित करें। **3. पूजा स्थल सजाना:**    - पूजा स्थल को सजाने के लिए साफ-सुथरा करें।    - धूप, अगरबत्ती, कपूर का धुआं उठाएं और पूजा स्थल को शुद्धि दें। **4. पूजा करने का विधान:**    - अपने सारे सामग्री को तैयार करें और पूजा की शुरुआत करें।    - मूर्ति को पुष्पांजलि

श्री गणेश चालीसा - Shri Ganesh Chalisa

Ganesh Chalisa in Hindi: **श्री गणेश चालीसा:** **दोहा:** श्री गणेश चालीसा, चौपाई उपासनहीन।   पठे नाना निर्गुण को, मिले साकार स्वरूप।। **जय गणपति सदगुरु संकटहरण मंगल मूरति रूप।   आरति, करुणा निधान, सुरील गान, श्रीपति रूप।** **चौरासी:** जय गणपति, सदगुरु संकटहरण।   मंगलमूरति रूप, सब कलयाणकारण।। **चौपाई:** गुरुपुत्र, पितुमातु की प्यारी।   धरती सुन, चारों युग यहां बनारी। **चौपाई:** कंचन थाली, नीला बासन होता।   बजत दही शंका अपरुप मोता। **चौपाई:** मुख में चंदन, चंदन मुच धारी।   सुर शाम को कहें, चांदनी चंदन हमारी। **चौपाई:** गजमुख पर चंदन, चंदन मुच धारी।   चंदन का मुख सुन्दर बनता भारी। **चौपाई:** कारग्रह निकट नहिं आवे, महाविघ्न टारी।   प्रेम सहित बोलें, अनुपम भगवान हमारी। **चौपाई:** जीवन सारथी स्वाननी, जय गणेश हमारी।   दुःख शोक और रोगों को दूर करो, सबका भला करो। **चौपाई:** विधाता विदारी सभी को, विपदा में संकट में पदहारी।   जो कुछ हैं, सब आपके ही आपके हैं, जय गणपति विघ्नहारी। **चौपाई:** कहते हैं ब्रह्मा विष्णु, भगवान हमारी।   आपके भक्त बड़े भोले भाले, जय गणपति हमारी। **चौपाई:** शम्भु सती सुत मह

गणपति पूजा विधि - Ganpati Puja Vidhi

गणपति पूजा विधि - Ganpati Puja Vidhi स्थापना: गणपति पूजा का आरंभ करते समय पहले गणेश मूर्ति की स्थापना करें। मूर्ति को पूजा स्थल पर स्थापित करें और उसे साफ़ पानी से धोकर पुनः स्थापित करें। अवाहन: गणपति को आवाहन करें और मन में श्रद्धा भाव से उन्हें अपने मंदिर में बुलाएं। पूजा सामग्री: पूजा सामग्री में सुपारी, इलायची, लौंग, कुमकुम, रोली, चावल, फूल, दीपक, धूप, नारियल, बत्ती, पुष्प, तिल, गुड़ आदि शामिल हो सकती है। पूजा विधि: पूजा का आरंभ करें गणपति मंत्रों और श्लोकों के साथ। उपचार पूर्वक पूजा करें, सुपारी, इलायची, लौंग आदि के साथ। आरती: गणेश जी को आरती दें, और मन में भक्ति भाव से उनका स्मरण करें। प्रसाद: गणेश जी को नैवेद्य के रूप में फल, मिठाई, पूरी आदि के साथ प्रसाद चढ़ाएं। निमार्जन: पूजा के बाद गणपति को वापस नदी, सरोवर, या जल स्थान में ले जाकर निमार्जन करें। आशीर्वाद: गणपति से आशीर्वाद मांगें और उन्हें धन्यवाद दें कि वे हमें सदैव सुरक्षित रखें और सभी कार्यों में सफलता प्रदान करें। गणपति पूजा विधि को भक्ति और श्रद्धा के साथ करना चाहिए, जिससे आपका व्रत सफल हो। Ganpati Puja Vidhi: Installati

श्री गणेश मंत्र Lord Ganesha Mantras

श्री गणेश मंत्र Lord Ganesha Mantras Ganesha Mantras in Hindi: 1. **ॐ गं गणपतये नमः (Om Gam Ganapataye Namaha):**    - Translation: "ॐ, मैं गणपति को नमस्कार करता हूँ।" 2. **वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ  (Vakratunda Mahakaya Suryakoti Samaprabha):**    - Translation: "वक्रतुण्ड, विशाल शरीर और प्रभावशाली सूर्यकोटि के समान।" 3. **ॐ गं गणपतये विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो धन्यः प्रचोदयात् (Om Gam Ganapataye Vidmahe Vakratundaya Dhimahi Tanno Dantih Prachodayat):**    - Translation: "ॐ, हम गणपति को जानते हैं, हम वक्रतुण्डाय को ध्यान करते हैं, हमें वह धन्य करें, और हमें मार्गदर्शन करें।" 4. **ॐ गणेशाय नमः (Om Ganeshaya Namah):**    - Translation: "ॐ, मैं गणेश को नमस्कार करता हूँ।" 5. **एकदन्ताय वक्रतुण्डाय हुं (Ekadantaya Vakratundaya Hum):**    - Translation: "एकदंत, वक्रतुण्ड, हुं।" 6. **गणेश बीज मंत्र (Gam Ganapataye Namaha):**    - Translation: "ग़ं गणपति नमः" 7. **ॐ गण गणपतये नमः (Om Gan Ganapataye Namah):**    - Translat

सुखकर्ता दुखहर्ता आरती लिरिक्स - Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics

सुखकर्ता दुखहर्ता आरती - Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची। घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥ आरती: सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची। घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥ दुखविनाशक जय, सर्वमंगलक जय। दुरिताचि आर्ती, पर्व निमग्न कारी॥ जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ती। दर्शन मात्रहे मनकामना पूर्ती॥ पावन प्रकाश पुन्याचा, नावा शुभाचा। जय घणघोगीपती, सुखरूपा जनाचा॥ माता यशस्विनी, जगदम्ब विचित्री। सचित्री चित्ररूपा नृत्यकरी॥ ब्रह्मरूप महेशस्वरूप। अजब वैभव, अलंकार अजय अपराध। सर्वांगी सुंदर उदार आकार। सुंदर आत्मा, शुभ गुणान्वित॥ रामाचि आरती, सत्यधर्माची। परब्रह्मस्वरूपा राजीव नेत्राची॥ भवार्थी भवपाशी, रुणमुक्ताफली। नारळा केळा जत्रा भवार्थी॥ आरती माझ्या भक्ताची, पूर्वी आर्जाची। सूखे दुखे निम्मे एक रूप तुझाची॥ सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची। घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥ आरती माझ्या भक्ताची, पूर्वी आर्जाची। सूखे दुखे निम्मे एक रूप तुझाची॥ Sukhkarta Dukhharta Aarti: Verse: Bringer of Joy, Remover of Sorrow, Embodiment of bliss, O Lord Ganes