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सुखकर्ता दुखहर्ता आरती लिरिक्स - Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics

सुखकर्ता दुखहर्ता आरती - Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची।
घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥

आरती:

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची।
घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥

दुखविनाशक जय, सर्वमंगलक जय।
दुरिताचि आर्ती, पर्व निमग्न कारी॥

जय देव जय देव, जय मंगल मूर्ती।
दर्शन मात्रहे मनकामना पूर्ती॥

पावन प्रकाश पुन्याचा, नावा शुभाचा।
जय घणघोगीपती, सुखरूपा जनाचा॥

माता यशस्विनी, जगदम्ब विचित्री।
सचित्री चित्ररूपा नृत्यकरी॥

ब्रह्मरूप महेशस्वरूप।
अजब वैभव, अलंकार अजय अपराध।

सर्वांगी सुंदर उदार आकार।
सुंदर आत्मा, शुभ गुणान्वित॥

रामाचि आरती, सत्यधर्माची।
परब्रह्मस्वरूपा राजीव नेत्राची॥

भवार्थी भवपाशी, रुणमुक्ताफली।
नारळा केळा जत्रा भवार्थी॥

आरती माझ्या भक्ताची, पूर्वी आर्जाची।
सूखे दुखे निम्मे एक रूप तुझाची॥

सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची।
घनो तुम्च जय जयकार करू, श्रीमहालक्ष्मीची॥

आरती माझ्या भक्ताची, पूर्वी आर्जाची।
सूखे दुखे निम्मे एक रूप तुझाची॥

Sukhkarta Dukhharta Aarti Lyrics



Sukhkarta Dukhharta Aarti:

Verse:
Bringer of Joy, Remover of Sorrow, Embodiment of bliss,
O Lord Ganesha, we offer our prayers to you.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Verse:
Destroyer of all obstacles, giver of joy,
We bow to you, O Lord Ganesha, the embodiment of compassion.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Verse:
The one with a single tusk, compassionate and four-armed,
With a tilak on your forehead, and a mouse as your vehicle.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Verse:
Hail Lord Ganesha, the vanquisher of obstacles,
You are the joyous one, the beloved of Shiva and Parvati.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Verse:
You are the one with an elephant face,
May you always reside in our hearts and bless us.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Verse:
You are the embodiment of truth and righteousness,
Grant us strength, wisdom, and remove our sorrows.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

Chorus:
Sukhkarta Dukhharta Varta Vighnachi,
Ghanoo Tumach Jai Jai Karuna, Shrimahalakshmi chi.

This Aarti is dedicated to Lord Ganesha, seeking his blessings for happiness, prosperity, and the removal of obstacles.

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