Ganesh Chalisa in Hindi: **श्री गणेश चालीसा:** **दोहा:** श्री गणेश चालीसा, चौपाई उपासनहीन। पठे नाना निर्गुण को, मिले साकार स्वरूप।। **जय गणपति सदगुरु संकटहरण मंगल मूरति रूप। आरति, करुणा निधान, सुरील गान, श्रीपति रूप।** **चौरासी:** जय गणपति, सदगुरु संकटहरण। मंगलमूरति रूप, सब कलयाणकारण।। **चौपाई:** गुरुपुत्र, पितुमातु की प्यारी। धरती सुन, चारों युग यहां बनारी। **चौपाई:** कंचन थाली, नीला बासन होता। बजत दही शंका अपरुप मोता। **चौपाई:** मुख में चंदन, चंदन मुच धारी। सुर शाम को कहें, चांदनी चंदन हमारी। **चौपाई:** गजमुख पर चंदन, चंदन मुच धारी। चंदन का मुख सुन्दर बनता भारी। **चौपाई:** कारग्रह निकट नहिं आवे, महाविघ्न टारी। प्रेम सहित बोलें, अनुपम भगवान हमारी। **चौपाई:** जीवन सारथी स्वाननी, जय गणेश हमारी। दुःख शोक और रोगों को दूर करो, सबका भला करो। **चौपाई:** विधाता विदारी सभी को, विपदा में संकट में पदहारी। जो कुछ हैं, सब आपके ही आपके हैं, जय गणपति विघ्नहारी। **चौपाई:** कहते हैं ब...
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